बल्ब का आविष्कार किसने किया?

अगर आप बल्ब को हिंदी भाषा में जानना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं, आज मैं आपको बल्ब के बारे में बताऊंगा। इस लेख में हम आपको बताएंगे कैसे हुआ बल्ब का अविष्कार अर किस ने किया था |

 बल्ब का आविष्कार किसने किया?

बल्ब का आविष्कार विभिन्न वैज्ञानिकों द्वारा अनुसंधान और विकास के परिणामस्वरूप हुआ। सबसे प्रमुख नाम जो इस आविष्कार के साथ जुड़े हैं, वे हैं टॉमस एडिसन (Thomas Edison) और निकोला टेस्ला (Nikola Tesla)।

टॉमस एडिसन ने 1879 में प्रथम जानकारी बल्ब का विकास किया था, जो एक कार्बन के धातु तंबू वूल से बनी थी और उसे फिलामेंट के रूप में जाना जाता था। उनके प्रयासों ने बिजली के प्रयोग को आसानी से संभव बनाया और उन्होंने बिजली का व्यापारिक उपयोग प्रस्तुत किया।

वहीं, निकोला टेस्ला भी बल्ब के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने विभिन्न प्रकार के बल्बों के प्रयोग किए जैसे कि वैक्यूम तथा गैस फिलामेंट वाले बल्ब। उन्होंने अद्वितीय तरीकों से विद्युत प्रकार के प्रदर्शन को संभावित किया जो बाद में बिजली के प्रयोग में महत्वपूर्ण थे।

इस प्रकार, बल्ब के आविष्कार में कई वैज्ञानिकों के योगदान थे, लेकिन टॉमस एडिसन और निकोला टेस्ला का नाम सबसे अधिक प्रमुख है।

बल्ब का आविष्कार कौन से देश में हुआ था ?

बल्ब का आविष्कार कई देशों में हुआ था, लेकिन सबसे प्रमुख दो योगदाताओं में से एक टॉमस एडिसन अमेरिका के रहने वाले थे और दूसरे योगदाता निकोला टेस्ला सर्बिया के रहने वाले थे, लेकिन उन्होंने अपने आविष्कारों को मुख्य रूप से अमेरिका में विकसित किया।

टॉमस एडिसन ने अपने कार्बन फिलामेंट वाले इंकण्डेसेंट बल्ब का विकास किया और उनकी कंपनी “जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी” ने इसे व्यापारिक रूप में उत्पन्न किया। टॉमस एडिसन के योगदान के कारण उन्हें बल्ब के आविष्कारके रूप में अक्सर याद किया जाता है।

निकोला टेस्ला ने विभिन्न प्रकार के बल्बों के प्रयोग किए, जिनमें वैक्यूम तथा गैस फिलामेंट वाले बल्ब शामिल थे। उन्होंने बिजली के प्रेषण के लिए बेहतर प्रकार के तंतु यूपीएस और एसएस बल्ब के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

सार्वजनिक मान्यता में, टॉमस एडिसन को बल्ब के आविष्कारके रूप में ज्यादा माना जाता है, लेकिन बल्ब के विकास में निकोला टेस्ला का भी महत्वपूर्ण योगदान था।

बल्ब का आविष्कार कैसे शुरू हुआ था ?

पहले प्रयोगी बल्ब: पहले से ही कई वैज्ञानिक और अनुसंधानकर्ता अलग-अलग प्रकार के प्रयोगी बल्ब विकसित करने के प्रयास कर रहे थे। उनमें से एक थे सीमन्स (Heinrich Göbel) जिन्होंने 1854 में कार्बन फिलामेंट का एक साधारण incandescent बल्ब विकसित किया था। हालांकि, इसे व्यापारिक रूप में प्रस्तुत नहीं किया गया था।

Thomas Edison के प्रयास: Thomas Edison ने अपने लैब में कई वर्ग के फिलामेंट्स के साथ विभिन्न प्रकार के इंकण्डेसेंट बल्बों के प्रयोग किए। उन्होंने 1879 में कार्बन फिलामेंट वाले बल्ब का प्रदर्शन किया, जिसने लाखों घंटे तक चलने की क्षमता रखता था। उनकी कंपनी “जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी” ने इसे व्यापारिक उपयोग के लिए उत्पन्न किया और बिजली की प्रक्रिया को संभावनाएं देखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

Nikola Tesla के योगदान: Nikola Tesla ने विभिन्न प्रकार के बल्बों के प्रयोग किए, जिनमें वैक्यूम तथा गैस फिलामेंट वाले बल्ब शामिल थे। उन्होंने बिजली के प्रेषण के लिए बेहतर प्रकार के तंतु यूपीएस और एसएस बल्ब के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

 

दोस्तों आज के समय में बल्ब का प्रयोग, स्कूल, होटल, गार्डन ऑफिस घर में भी रोशनी के लिए किया जाता है। पर क्या कवि हम सोचेंगे कि बल्ब का आविष्कार किश ने किया है, या इस को बनाने बाले वैज्ञानिक को कितनी मुश्किल का सामना करना पड़ता था या जब बल्ब का आविष्कार नहीं हुआ था तो उस समय का जीवन कैसा रहा।

बल्ब का आविष्कार किस ने किया अर कैसे हुआ

हम अच्छी तरह से जानते हैं कि बिजली के बल्ब की खोज से पहले लोग रोशनी के लिए रातो में मशाल तेल से जलने वाली बत्ती का इश्तमाल करते थे, लेकिन बत्ती ज्यादा समय तक उपयोगी नहीं होती थी। अक्सर अंधेरो तूफान के जरूरी के समय बुझाया करती थी. मोहमबत्ती या तेल से बनाया गया आविष्कार का आविष्कार हो चुका था या बहुत से जागो पर इश्का इश्तमाल होना शुरू हो चुका था।

बल्ब की खोज ने इंशारे परिशान को एके या करके मनब जिबन को रात में होने बाले भयनक अंधेरे से निकल कर हमेशा के लिए रोशनी के तरफ मूड दिया, आपको मालूम है कि अंधेरो को दूर करने बाले

मेहतपुर यानि बल्ब का आविष्कार किसने किया था अगर नहीं जानता है तो ऐ है इश आर्टिकल से पढ़ के जानता है बल्ब का आविष्कार किश ने किया।

1847 American scientist Thomas Alva Edison बल्ब का आविष्कार मन जाता है बोहत सारे लोग अहिमांते है कि बल्ब का Thomas Alva Edison  ने किया है। Thomas Alva Edison ने बल्ब का अविष्कार किया है, किसी V Mohan अविष्कार ने किसी एके ब्यक्ति योगदान बताना गलत होगे। क्यों की वैज्ञानिक या इंजीनियरिंग की खोज की वैज्ञानिक या इंजीनियरिंग की सालो की मेहनत होती है ठीक उसी तेरा बल्ब की आविष्कार ने Thomas Alva Edison. V से पहले वी कहा वैज्ञानिकों ने इस आविष्कार के लिए मेहनत की थी, जिसमें से कुछ को सफलता मिली पर कुछ असफलता मिली उनका आविष्कार या जनता के लिए उपयोगी साबित न हो सके या उन सबके पहले किया गया बल्ब का आविष्कार को देख के ही, एडिसन ने आधुनिक बल्ब का आविष्कार किया था। इस लेख से पता चलता है कि किन वैज्ञानिकों या इंजीनियरिंग ने बल्ब का आविष्कार में अपना प्रोमुख दान दिया था।

1st 1745 में जन्मे एलेसांद्रो वोल्टेन ने पहली बार जिंक या तांबे को इलेक्ट्रिक बैटरी वोल्टाइक पाइल को बनाया था, जो दुनिया की पहली इलेक्ट्रिक केमिकल सेल थी, जिसके दोनों तरफ तांबे के तार से कनेक्ट किया गया था और विद्युत प्रवाह जारी रखा गया था, सबसे पहले नमुना था, यह आविष्कार के लिए बुरा था।

एलेसेंड्रो वोल्टेन पेहेलिबार एके हाइड्रोजन लैंप बनाया जैसे ही कांच के अंदर हाइड्रोजन गैस बदलती थी, जो कि किसी प्रकार की दवा से नोजल से बाहर निकल आती थी या फिर इलेक्ट्रो फॉल का इस्तेमाल करके चिंगारी पेड़ा करती थी जो गैस को जला देती थी या गैस की जल्दी हाय एके किसम का उजाला यानी प्रकाश होता था, पर अभी तक कुछ कर्गास साबित नहीं हुआ, इसलिए उन्हें इस आविष्कार के लिए कुछ नहीं मिला सका या इसके हाइड्रोजन लैंप को सार्वजनिक उपयोग के लिए बनाया ही नहीं गया।

इसके बाद अलग-अलग तारि का से वैज्ञानिकों ने बल्ब को बनाना सुरंकिया सभी ने समस्याएं अभी भी थी कि बल्ब ये बोहत देर तक जल नहीं पाता वोल्टा के आविष्कार के बाद इंग्लैंड रहने वाले बाले हम्फोरी डेवी मैन में पहले सबसे इलेक्ट्रिक की इश्तमाल से रोशनी का भुगतान करना का बिचार आया था जिन्होन 1802 में, बिजली पर अलग-अलग अध्ययन करके एके बैटरी निर्माण किया था, फ़िर अनहोन कार्बन डेटा को एके तार जरिया बैटरी को जोड़ दिया, कार्बन बैटरी से जोड़ ते ही चलने लगा या आविष्कार में कुछ प्रकाश वी होने लगा इलेक्ट्रिक आर्कलैंप का नाम दिया गया आर्कलैंप से बोहत ज्यादा रोशनी आती थी जिस से इश्तमाल करना मुमकिन नहीं था, या साथ ही बोहत ज्यादा उजा वी कंजुम करती थी इनके बनाया गया इलेक्ट्रिक आर्कलैंप को अधूरा ही मन गया।

2nd -1840 तक अचानक चला गया कि सफल बल्ब बनाने का सिद्धांत किया है पर ये नहीं पता चल सका कि उसे बनाने के लिए कोन सी धातु सबसे ज्यादा कारगर या लफड़ायक होगी या इसके बाद अलग तेरी का से वैज्ञानिकों ने बल्ब को बनाने का सुरुकिया लेकिन इन सवि टेरिको से एके प्रॉब्लम ए थ थिंकी एह बहत टाइम रक जल नेही पतेथे बल्ब की फिलामेंट को बनाने के लिए हाई रेजिस्टेंस बाला एलिमेंट चाहिए था एलिमेंट जितना पतला होता था उतना ज्यादा रेजिस्टेंस होता था या जितना ज्यादा रेजिस्टेंस होता था फिलामेंट उतना ज्यादा जलता था या काम करता था करंट का इश्तमाल कर्ता अच्छी रश्मी पेदा कर्ता था।

ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने कहा कि उन्होंने प्लैटिनम फिलामेंट तैयार करके बल्ब को बनाया था लेकिन प्लैटिनम बोहत ही महंगा धातु था जिसके करण उसका इश्तमाल सार्वजनिक तौर पर इस्तेमाल नहीं किया गया।

3th- 24 जुलाई 1874 को कनाडा की रहने वाली Henry Woodward and Matthew Evans pressed a Canadian patent ने एके सफल बल्ब बनाने का दबा किआ या इस आविष्कार के लिए पेटेंट की मानकी, पेटेंट नेह उनके आविष्कार को देख के उनके नाम पेटेंट नाम दिया।

उनका कनाडा पेटेंट नंबर था 3738 अनहोन नाइट्रोजन गैस या अलग अलग साइज के कार्बन डॉट्स को इष्टमल करके बल्ब बनाया था अनहोन बोडे गैस ट्यूब में नाइट्रोजन गैस वर्ककर 2 कार्बन डॉट्स को वायर से कनेक्ट करके सफल बल्ब बनाया ये बल्ब पिचले बने सावी बल्ब के काफी ज्यादा अच्छा था लेकिन डोनो बल्ब का पेटेंट कोई खास करोबार या नाम नहीं काम सके या फिर 1879 में आविष्कार के बाद थॉमस अल्वा एडिसन को बेच दिया।

बल्ब को बनाने का अलग प्रयास वोन था कार्बन फिलामेंट वैक्यूम की दिशा मेह या ये प्रयास किया गया था इंग्लैंड की रहने बाले जोसेफ स्वान दुआरा, जोसेफ स्वान 1850 से ही बल्ब बनाने का मेह अपना पूरा योगदान देने लगे लेकिन उनका ये प्रयोग वैक्यूम पर आधारित था या 1850 में अच्छे पंप की कमी या बिजली की अच्छी आपूर्ति नहीं होने की वजह से उनका ये प्रयोग उतना सफल नहीं हुआ जितना होना चाहिए था, लेकिन 1870 के बाद से अच्छे पंप मिलने लगे थे जिसके बाद जोसेफ स्वान एके बार फिर प्रयोग के तरफ लेट आए या अपने प्रयोग को पूरा करने के लिए अनहोन चार्ल्स स्टीन की मदद ली जोश की वैक्यूम पंप की अच्छी जानकारी थी या उनकी सयाता से आविष्कार में उन्हें सयाता मिल्ली 1890 में स्वान ने कॉटन द्धारिका इष्टमल करके बल्ब बनाया जिस में सफलता मिली या अनहोन इश्के पेटेंट बी मिल गया कहि इतिहास करो कि मुताबक हंस ही इस दुनिया को जो पहले बयक्ति द जिन का घर में बल्ब दुआरा रश्मि पहनचिती या पनबिजली भी सब से पहले हंस की घर ही पहनचिती या इस दुनिया को बिजली या बल्ब दोनों दुनिया सबसे पहले सावन की घर पहांचे |

बल्ब और बिजली का आविष्कार किसने किया था?

जब बल्ब का आविष्कार का नाम लिया जाता है तो हमें सबसे पहले नाम आता है थॉमस अल्वा एडिसन, थॉमस अल्वा एडिसन को बल्ब का असल आविष्कार माना जाता है क्योंकि लाइट बल्ब बना ये तो बोहत लोगो ने एडिसन को पहले बयां किया था जब वह बल्ब का आविष्कार था अपना जोगदान दियाथा साथ ही उन्होन बल्ब मेह समय समाये मेह पर कुछ सुधार भी किया वो एके मात्रा वैज्ञानिकों ने पहला व्यावसायिक व्यावहारिक बल्ब तैयार किया था।

   FAQ-

  • बल्ब का आविष्कार किसने किया?
  • बल्ब का आविष्कार कौन से देश में हुआ था?
  • बल्ब का आविष्कार कैसे शुरू हुआ था ?
  • बल्ब और बिजली का आविष्कार किसने किया था?

 

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