एलोन मस्क: अनकही कहानी(Elon Musk The untold story)

 

साल 1984 जहां दूसरे बच्चे वीडियो गेम्स खेला करते थे वहीं एक 12 साल का लड़का कोडिंग करके खुद का वीडियो गेम बना रहा था यह एक जीनियस था दूसरों से अलग था और इसीलिए इसका कोई दोस्त नहीं था इसे बुरी तरह बुली किया जाता था लेकिन इसके बावजूद इसने हिम्मत नहीं हारी आज वही लड़का रॉकेट्स इलेक्ट्रिक कार्स और एi टूल्स बनाके world  सबसे अमीर आदमी बन चुका है यह कहानी है ईलॉन मस्क की 1971 में साउथ अफ्रीका के प्रिटोरिया शहर में जन्म होता है ईलॉन मस्क का उनके फादर एक मैकेनिकल इंजीनियर थे और मदर एक मॉडल और डाइटिशियन थी बचपन में ईलॉन को एक प्रॉब्लम थी वो कई बार एक ट्रांस की सिचुएशन में चले जाते थे जिस दौरान उनके आसपास चाहे कुछ भी हो रहा हो उन्हें भनक तक नहीं लगती थी पेरेंट्स और डॉक्टर्स को लगा कि ईलॉन को सुनने में कोई प्रॉब्लम है पर बाद में पता चला कि इस दौरान उनका ब्रेन एक सुपर कंप्यूटर की तरह काम करता था बाहर की दुनिया पर फोकस खत्म हो जाता था और पूरी ब्रेन पावर कॉम्प्लेक्स आइडियाज को विजुअलाइज करने में लग जाती थी बेसिकली उनके दिमाग के अंदर एक पूरी साइंस लैब चल रही होती थी ईलॉन की एक और आदत थी लगातार 10-10 घंटों तक इनसाइक्लोपीडियाज और साइंस फिक्शन बुक्स पढ़ना और इन्हीं बुक्स को पढ़-पढ़ के वो काफी इंटेलेक्चुअल हो गए थे एक रात वह अपनी कजिंस के साथ बाहर खेल रहे थे तभी उनकी एक कजिन ने कहा कि उसे अंधेरे से डर लग रहा है जिसके जवाब में ईलॉन ने कहा कि डार्कनेस इज ओनली एब्सेंस ऑफ लाइट ईलॉन हमेशा लोगों को इसी तरह के लॉजिकल और फेक्चुअल तरीकों से जवाब देते थे जिस कारण दूसरे बच्चे उन्हें पसंद नहीं करते थे इनफैक्ट उन्हें स्कूल में बुरी तरह बुली किया जाता था एक बार तो स्टूडेंट्स की एक गैंग ने उन्हें सीढ़ियों से नीचे फेंक दिया और फिर इतना पीटा कि उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट करना पड़ा लेकिन इन सभी इंसिडेंट्स ने ईलॉन को पेन और हार्डशिप सहने के लिए मजबूत बना दिया 8 साल की उम्र तक ईलॉन की फैमिली एक हैप्पी फैमिली थी और यह फोटो उन्हीं हैप्पी टाइम्स की है लेकिन फिर एक साल के अंदर-अंदर सब कुछ बिखर गया उनके पेरेंट्स का डिवोर्स हो गया लेकिन ईलॉन ने डिसाइड किया कि वो अपने फादर के साथ रहेंगे 10 साल की एज में ईलॉन ने एक मॉल में पहली बार एक कंप्यूटर देखा और उसे देख के वो इतने एक्साइटेड हो गए कि उन्होंने अपने फादर से उसे खरीदने की ज़िद की कुछ टाइम बाद उन्हें 5 KB मेमोरी वाला यह कंप्यूटर मिल गया साथ में बेसिक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज वाली एक वर्कबुक भी मिली इसे  6 महीनों में खत्म करना होता था लेकिन ईलॉन ने 3 दिन लगातार बिना सोए सभी लेसंस कंप्लीट कर दिए 1984 में केवल 12 साल की उम्र में ईलॉन ने इसी कंप्यूटर में कोडिंग करके एक वीडियो गेम बना दिया और उसका नाम रखा ब्लास्टर यह एक सिंगल प्लेयर स्पेस शूटर गेम था जिसमें प्लेयर को अपनी स्पेसशिपिप का यूज करके एलियंस की स्पेसशिपिप को डिस्ट्रॉय करना होता था उन्होंने ब्लास्टर को एक कंपनी को $500 में बेच भी दिया और टेक्निकली यह उनकी लाइफ का पहला बिजनेस था हाई स्कूल तक ईलॉन को समझ आ चुका था कि वो बाकी बच्चों से ज्यादा कैपेबल है और उनकी इन कैपेबिलिटीज को केवल एक दिन जस्टीफ़ाइड कर सकता था और वो देश था अमेरिका लेकिन उससे पहले उन्होंने कनाडा जाने का सोचा क्योंकि ईलॉन की मदद एक कनेडियन सिटीजन थी और वहां के लॉ के अकॉर्डिंग वह अपनी सिटीजनशिप को अपने बच्चों को ट्रांसफर कर सकती थी और इसी तरह से 17 साल के ईलॉन कनाडा के लिए निकल पड़े कनाडा में वो अपने कजिन के साथ रहने लगे और छोटे-मोटे काम करने लगे 1989 में उनकी मदर और भाई किंबल भी कनाडा आ गए और इसी दौरान ईलॉन ने क्वींस यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले लिया फिर 2 साल के अंदर-अंदर उन्होंने यूएसए की यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिल्वनिया में ट्रांसफर भी ले लिया और फाइनली उनकी अमेरिका में एंट्री हो गई 1995 में ईलॉन और उनके भाई किंबबल कॉलेज खत्म करने के बाद अपना खुद का एक स्टार्टअप करना चाहते थे उस समय इंटरनेट कॉमन लोगों तक तेजी से पहुंचना चालू हो चुका था लेकिन इसके बाद भी लोकल बिजनेसेस या स्टोर्स को ढूंढने के लिए लोगों को शहर की पेपर डायरेक्टरीज यूज करनी पड़ती थी जिसमें बेसिकली शहर के सभी बिजनेसेस की डिटेल्स होती थी साथ में स्टोर की लोकेशन तक पहुंचने के लिए भी फिजिकल मैप्स यूज करने पड़ते थे या लोगों से डायरेक्शन पूछना पड़ता था इसे देखते हुए ईलॉन को आईडिया आया कि क्यों ना बिजनेसेस के लिए एक ऑनलाइन लिस्टिंग बनाई जाए एक ऐसी वेबसाइट जहां शहर के सभी बिजनेसेस लिस्टेड होंगे और रेस्टोरेंट्स होटल्स और डॉक्टर्स जैसी कैटेगरीज में डिवाइडेड होंगे ताकि लोग इन्हें ईली सर्च कर सकें साथ में डायरेक्शंस के लिए एक ऑनलाइन मैप भी होगा ईलॉन और किंबल ने एक छोटा सा अपार्टमेंट लेके इस आईडिया पे काम करना शुरू किया उन्होंने अपने स्टार्टअप का नाम रखा जिप 2 ईलॉन ,दिन रात कोडिंग करते और किंबबल डोर टू डोर जाके दुकानदारों को ज़िप 2 में लिस्ट होने के लिए कन्विंस करते थे एक साल में ज़िप की टीम ग्रो हुई प्लेटफार्म इंप्रूव हुआ और कस्टमर्स तेजी से जुड़ने लगे बाद में ज़िप ने दूसरी कंपनीज़ के लिए सॉफ्टवेयर्स बनाना भी शुरू किया इसे देखते हुए ज़िप को पहले 3 मिलियन और फिर 50 मिलियन की फंडिंग मिल गई 1999 तक पूरी दुनिया में इंटरनेट बूम अपनी पीक पर था और बड़ी कंपनीज अच्छे स्टार्टअप्स को एक्वायर करना चाहती थी इसीलिए कॉम्पैक्ट ने ज़िपटू को $37 मिलियन में एक्वायर कर लिया ईलॉन को अपने शेयर्स के बदले में मिले पूरे 22 मिलियन और इसी तरह केवल 27 साल के ईलॉन मस्क एक मल्टी मिलेनियर बन गए ईलॉन चाहते तो इन पैसों के साथ रिटायर हो सकते थे लेकिन जिप 2 की सक्सेस तो उनके आने वाले फ्यूचर का 1% भी नहीं थी वैसे अगर आप भी एक बिजनेस करते हैं या करना चाहते हैं तो यह ध्यान रखिएगा कि केवल एक अच्छा प्रोडक्ट बना लेने से बिजनेस सक्सेसफुल नहीं होता प्रोडक्ट के साथ-साथ आपको आपके बिजनेस के डे टू डे ऑपरेशंस जैसे इनवॉइसिंग अकाउंटिंग रिक्रूटमेंट और कस्टमर रिलेशनशिप्स को भी मैनेज करते आना चाहिए वैसे कितना अच्छा होता अगर हम इन सभी चीजों को एक ही ऑल इन वन मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर के थ्रू मैनेज कर सकें वेल यह पॉसिबल है ओडu के साथ ODU 45 ऐसे एप्स ऑफर करता है जो किसी भी टाइप ऑफ बिजनेस और किसी भी साइज ऑफ बिजनेस के सभी बिजनेस नीड्स को कवर करता है यहां आप इनवॉइसेस बना सकते हैं बुक्स ऑफ अकाउंट्स मेंटेन कर सकते हैं प्लस मार्केटिंग वेबसाइट और सेल्स भी मैनेज कर सकते हैं ओडu की खास बात यह है कि यह काफी इजी टू यूज़ है इसे यूज करने के लिए किसी एक्सपर्ट की जरूरत नहीं है आल्सो इनके एप्स एक दूसरे से इंटीग्रेटेड होते हैं फॉर एग्जांपल अगर आप ओडू के थ्रू एक इनवॉइस रेज करोगे तो उसकी एंट्री ऑटोमेटिकली आपके बुक्स ऑफ अकाउंट्स में हो जाएगी सिमिलरली जब आप एक सेल्स रिकॉर्ड करते हो तो आपके इन्वेंटरी रिकॉर्ड्स ऑटोमेटिकली अपडेट हो जाएंगे और सीआरएम ऐप में कस्टमर की परचेस हिस्ट्री भी अपडेट हो जाएगी द बेस्ट पार्ट इज कि आपको इन सभी एप्स के लिए अलग-अलग पे नहीं करना ये सारे एप्स एक ही सिंगल अफोर्डेबल सब्सक्रिप्शन में आ जाते हैं इनका फर्स्ट ऐप तो लाइफटाइम के लिए 100% फ्री है तो अगर आप भी अपने बिजनेस ऑपरेशंस को डिजिटाइज करना चाहते हो तो डिस्क्रिप्शन और पिन कमेंट में दिए हुए लिंक से ओडू पे अभी साइन अप करो कॉलेज के दौरान उन्हें नोवा स्कोटिया बैंक में इंटर्नशिप करते वक्त रियलाइज हुआ कि बैंकिंग इंडस्ट्री काफी स्लो और ओल्ड फैशंड है इसीलिए वह अब बैंकिंग इंडस्ट्री को डिसररप्ट करना चाहते थे उनका विज़न था बैंकिंग के हर एक एस्पेक्ट जैसे पेमेंट्स इन्वेस्टमेंट लोंस और सेविंग्स अकाउंट्स को पूरी तरह ऑनलाइन ले जाना बिना किसी फिजिकल ब्रांचेस के इस विज़न के साथ उन्होंने $ मिलियन इन्वेस्ट किए और 1999 में स्टार्ट की X.com लेकिन उस समय लोग ऑनलाइन शॉपिंग पे भी ट्रस्ट नहीं करते थे ऑनलाइन बैंकिंग तो दूर की बात थी जिस कारण ईलॉन के लिए कस्टमर्स लाना बहुत डिफिकल्ट हो रहा था इसीलिए ईलॉन ने एक कमाल की स्कीम सोची उन्होंने हर नए यूजर को ज्वॉइ करने पर फ्री में $20 देना चालू कर दिए इस $20 को वो कस्टमर इमीडिएटली खर्च कर सकता था साथ में इस ऐप को दूसरे लोगों को रेफर करने पर भी $10 का रेफरल बोनस मिलता था यह स्ट्रेटजी इतनी सक्सेसफुल हुई कि अगले दो ही महीनों में X.com पे 2 लाख यूज़र्स आ गए बट प्रॉब्लम यह थी कि ईलॉन ऐसा करने वाले इकलौते नहीं थे इसी दौरान पीटर थी नाम के एक यंग एंटरप्रेन्योर ने भी PayPal नाम से एक डिजिटल बैंक स्टार्ट किया था दोनों ही कंपनीज़ एक दूसरे को हराने के लिए मार्केटिंग पे करोड़ों रुपए खर्च कर रही थी लेकिन ईयर 2000 की शुरुआत में उन्हें रियलाइज हो गया कि अगर वो इसी तरह लड़ती रही तो दोनों ही कंपनीज़ बर्बाद हो जाएंगी इसीलिए मार्च में दोनों कंपनीज़ मर्ज हो गई इस नई कंपनी के लार्जेस्ट शेयर होल्डर और सीईओ ईलॉन थे और कंपनी का नाम भी X.com था लेकिन इस विलय के बाद यह बात स्पष्ट हो गई कि एलन और PayPal के संस्थापकों के बीच कई मतभेद थे। एलन चाहते थे कि कंपनी का नाम X.com हो, जबकि PayPal कंपनी का नाम X.com ही रखना चाहता था। एंप्लाइजज़ और कस्टमर्स PayPal प्रेफर कर रहे थे साथ में ईलॉन का मैनेजमेंट स्टाइल काफी रूथलेस था वो अपने एंप्लाइजज़ को माइक्रो मैनेज करते थे और गलतियां निकलने पर उन्हें पब्लिकली क्रिटिसाइज करते थे जिस काम के लिए कई दिन या हफ्ते लगने होते थे ईलॉन उसी काम को कुछ ही घंटों में एक्सपेक्ट करते थे इसी दौरान ईलॉन ने  बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने उन्हें सीईओ की पोजीशन से हटा दिया और पीटर थील को सीईओ बना दिया उन्होंने वापस आकर कंट्रोल रिगेन करने की बहुत कोशिश की पर वह सक्सेसफुल नहीं हुए लेकिन फिर भी वह PayPal के लार्जेस्ट शेयरहोल्डर बने रहे लकीली पीटर थी की लीडरशिप में भी पेपाल का विकास बहुत बढ़िया रहा और 2002 में ईबे ने पेपाल को 1.5 बिलियन डॉलर में खरीद लिया। इस सौदे से एलन को कुल 180 मिलियन डॉलर मिले। सक्सेस के बाद ईलॉन सिलिकॉन वैली के सबसे सक्सेसफुल एंटरप्रेन्यर्स में से एक बन चुके थे कि तभी ईलॉन की कहानी में एक बहुत बड़ी ट्रेजडी हो गई एक बीमारी के चलते उन्होंने अपने 2 1/2 महीने के बेटे को हमेशा के लिए खो दिया इस इंसिडेंट ने ईलॉन को डीपली इंपैक्ट किया वह 3 हफ्तों तक अपने घर नहीं गए क्योंकि उनके अंदर घर में एम्प्टी क्रेडल देखने की हिम्मत नहीं थी बचपन में ईलॉन बुलिंग से डील करने के लिए खुद को बुक्स और प्रोग्रामिंग में डूबा दिया करते थे सिमिलरली अपने बेटे के लॉस से डील करने के लिए उन्होंने अपने आप को काम में डूबा दिया 20001 में 30 साल के ईलॉन फिर से एक ऐसी इंडस्ट्री ढूंढने लगे जिसे डिसररप्ट किया जा सके बचपन में उन्हें स्पेस में काफी इंटरेस्ट था और वो मिनी रॉकेट्स बना के लॉन्च भी किया करते थे इसीलिए उन्होंने स्पेस सेक्टर को एक्सप्लोर करना चालू किया एक दिन उनके दिमाग में क्वेश्चन आया कि आखिर ह्यूमंस ने अभी तक उन्होंने मंगल ग्रह पर खोज क्यों नहीं की? उन्होंने नासा की वेबसाइट चेक की और पाया कि नासा के पास मंगल ग्रह पर खोज करने की कोई योजना नहीं थी और इसलिए मोमेंट में उन्होंने डिसाइड किया कि उनका अगला मिशन होगा मार्स को एक्सप्लोर करना ईलॉन ने वर्ल्ड के बेस्ट रॉकेट साइंटिस्ट से मुलाकात की और खुद को रॉकेट साइंस की किताबों में इमर्स कर दिया जिससे वह खुद रॉकेट साइंस में एक्सपर्ट बनने लगे ईलॉन ने लाइव टू मार्स फाउंडेशन ल्च कर दी और मार्स ओएसएस प्रोजेक्ट स्टार्ट किया जिसका मेन एम था मार्स में एक प्रेशराइज्ड ग्रीन हाउस भेजना और वहां मार्स का पहला पौधा उगाना उनका ऑब्जेक्टिव था दुनिया के सामने प्रूफ करना कि मार्स में जिंदगी हो सकती है वह इस एक्सपेरिमेंट को कैमरास के थ्रू पूरी दुनिया को दिखाना चाहते थे और वापस मार्स एक्सप्लोरेशन में पूरी दुनिया का इंटरेस्ट जगाना चाहते थे ईलॉन का प्लान था कि वो रशिया से इंटरकॉन्टिनेंटल बलिस्टिक मिसाइल्स खरीदेंगे और उन्हें लॉन्च व्हीकल की तरह यूज करेंगे उन्होंने कुछ एरोस्पेस एक्सपर्ट्स के साथ रशिया की ट्रिप प्लान की लेकिन रशियंस के साथ उनके नेगोशिएशंस कभी ठीक से हो ही नहीं पाए रशियंस ने ईलॉन को उनकी ऐज के कारण सीरियसली नहीं लिया ईलॉन यहां आए थे $20 मिलियन में तीन मिसाइल्स खरीदने लेकिन रशियंस ने केवल एक ही मिसाइल का प्राइस 21 मिलियन कोट किया ईलॉन और उनकी टीम को समझ आ चुका था कि रशिया से रॉकेट की उम्मीद करना बेकार है वापस आते हुए फ्लाइट में जहां उनकी टीम डिसपॉइंटंटेड बैठी थी वहीं ईलॉन लगातार लैपटॉप में कुछ काम कर रहे थे कुछ देर बाद उन्होंने अपनी टीम उन्होंने उससे कहा कि अब हम रॉकेट खुद ही बनाएंगे। लैपटॉप पर कच्चे माल, निर्माण, असेंबली और लॉन्च की सारी लागतों का हिसाब लगाने के बाद उन्हें पता चला कि रॉकेट बनाने में प्रयुक्त कच्चे माल की लागत, अंतिम रॉकेट की लागत से अधिक थी। कॉस्ट की केवल 2 से 3% होती है बाकी सारा खर्चा बेटर डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस से कम किया जा सकता है ईलॉन को समझ आया कि स्पेस इंडस्ट्री की असली प्रॉब्लम यह नहीं थी कि कोई मार्स एक्सप्लोर नहीं कर रहा बल्कि प्रॉब्लम यह थी कि इंसानों के पास ऐसा करने के लिए अफोर्डेबल रॉकेट्स ही नहीं थे इसीलिए अब वह स्पेस इंडस्ट्री को बदल कर रख देने वाले थे और इसी तरह स्टार्ट हुई स्पेस एक्स जून 2002 में ईलॉन ने एक 75,000 स्क्वायर फीट का वेयर हाउस खरीदा और उसे एक मॉडर्न रॉकेट फैक्ट्री में कन्वर्ट कर दिया और बोइंग और नासा जैसी ऑर्गेनाइजेशन से वर्ल्ड के बेस्ट रॉकेट साइंटिस्ट्स और इंजीनियर्स को हायर किया इन सबका केवल एक मिशन था स्पेस इंडस्ट्री में सबसे सस्ता और सबसे तेजी से रॉकेट्स बनाने वाली कंपनी बनना इसे अचीव करने के लिए ईलॉन ने कई इनोवेटिव स्ट्रेटजीस यूज की जहां बाकी एरोस्पेस कंपनीज रॉकेट्स को डिजाइन करने वाली टीम और रॉकेट्स को बिल्ड करने वाली टीम्स को अलग-अलग रखती थी वहीं Spcex ने दोनों को एक साथ बिठा दिया इससे टाइम बचा और गलतियां कम हुई फिर SpceX ने वर्टिकल इंटीग्रेशन अडॉप्ट किया मतलब जो पार्ट्स पहले थर्ड पार्टी सप्लायर्स से आते थे जैसे इंजन फ्यूल टैंक और बैटरी पैक अब Spx उन्हें खुद ही बनाने लगा क्योंकि सप्लायर्स स्लो और एक्सपेंसिव थे फाइनली ईलॉन ने देखा कि बाकी कंपनीज़ रॉकेट के हर एक पार्ट में दो से तीन गुना एक्स्ट्रा पैसा खर्च कर रही हैं जबकि सेम काम सस्ते पार्ट से भी हो सकता था इसी के साथ ईलॉन ने डिक्लेअ किया कि Spcex के पहले रॉकेट का नाम होगा फेल्कन वन उस समय दूसरी कंपनीज़ 600 kg के पेलोड को लोअर अर्थ ऑर्बिट में भेजने के लिए करीब 70 मिलियन चार्ज करती थी वहीं ईलॉन का प्रॉमिस था कि वह सेम पेलोड को केवल $ मिलियन में भेज देंगे Spcex का टारगेट था कि वह फेलकन वन को केवल एक ही साल में लॉन्च कर देंगे लेकिन पूरी कोशिश के बाद भी इसे तैयार करने में पूरे 4 साल लग गए फाइनली 2006 में वो दिन आया 70 फुट ऊंचा सिल्वर कलर का फेल्कन वन लॉन्च के लिए तैयार था काउंटडाउन खत्म हुआ और रॉकेट जमीन से उठने लगा और पूरी टीम खुशी से झूम उठी कि तभी 25 सेकंड बाद एक डिजास्टर हो गया एक छोटे से फ्यूल लीक के कारण इंजन के पास आग लग गई फेल्कन वन ने कंट्रोल खो दिया और क्रैश कर गया ईलॉन और उनकी टीम लिटरली अपने ड्रीम्स को झुलसते हुए देख रही थी लेकिन उन्होंने करेज गैदर किया और बिना ज्यादा समय गवाए सेकंड लॉन्च की तैयारी शुरू कर दी ठीक 1 साल बाद फेलकन वन का सेकंड लॉन्च अटेम्प्ट होता है इस बार लॉन्च के 3 मिनट बीत चुके थे और सब कुछ सही लग रहा था फर्स्ट स्टेज का सेपरेशन परफेक्टली हुआ लेकिन फिर सेकंड स्टेज का इंजन टाइम से पहले ही बंद हो गया जिस कारण फेल्कन वन आसमान में ही स्पिन होने लगा और फिर से क्रैश हो गया ईलॉन दुखी थे लेकिन उन्हें पता था कि वे सफलता के बहुत करीब हैं और इसीलिए उन्होंने तीसरे प्रक्षेपण की तैयारी शुरू अगस्त 2008 में फाल्कन वन का तीसरा प्रक्षेपण प्रयास हुआ लेकिन इस बार भी मामूली त्रुटि के कारण यह असफल रहा। फेल्कन वन आसमान में ही एक्सप्ललोड हो गया कंट्रोल रूम में पिन ड्रॉप साइलेंस था इस रॉकेट के साथ ईलॉन के 100 मिलियन भी जल चुके थे Spcex के पास अब केवल एक और लॉन्च के पैसे बचे थे अगर नेक्स्ट अटेम्प्ट सक्सेस नहीं होगा तो Spcex हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा एक तरफ Spcex कंपनी स्ट्रगल कर रही थी तो वहीं ईलॉन की एक और कंपनी थी जो बर्बादी की कगार पर थी और वो थी Tesla जब ईलॉन स्पेस इंडस्ट्री में एंट्री ले रहे थे तो उसी वक्त वो ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को भी एनालाइज कर रहे थे ईलॉन को पता था कि अभी की कार्स फॉसिल फ्यूल्स पर डिपेंडेंट हैं और फॉसिल फ्यूल्स लगातार खत्म हो रहे हैं प्लस इनसे पोल्यूशन तो होता ही है इसीलिए उनका प्रेडिक्शन था कि फ्यूचर में हर कंट्री की गवर्नमेंट्स क्लीन एनर्जी से चलने वाली कार्स में शिफ्ट करना चाहेंगी मतलब इलेक्ट्रिक कार्स ही फ्यूचर है उस समय तक कुछ कंपनीज़ ने इलेक्ट्रिक कार्स लॉन्च की थी जैसे जनरल मोटर्स की EV1 लेकिन स्लो एक्सपेंसिव और कम रेंज होने के कारण यह सभी फेल हो गई थी जिसके बाद ऑटोमोबाइल कंपनीज़ ने इलेक्ट्रिक कार्स से अपना ध्यान हटा लिया था ईलॉन को समझ आ गया था कि अगर इलेक्ट्रिक कार्स को सक्सेसफुल बनाना है तो उन्हें स्पीड रेंज प्राइस और एस्पिरेशनल वैल्यू में गैसोलिन कार्स से बेटर होना पड़ेगा फॉर्चूनेटली उन्हें इसी विज़न पर काम करने वाला एक स्टार्टअप मिल गया और वो स्टार्टअप था Tes्ला Motors Tesla को Martin और Mark नाम के इंजीनियर्स ने स्टार्ट किया था और उनका आईडिया था RST नाम की एक हाई परफॉर्मेंस इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स कार बनाना ट्रेडिशनल इलेक्ट्रिक कार्स लीड एसिड बैटरीज यूज करती थी लेकिन Tes्ला ने रिसर्च में पाया कि अगर रोडस्टार को जल्दी चार्ज करना है और रेंज को 300 कि.मी तक बढ़ाना है तो उसमें वही बैटरी यूज करनी होगी जो फोन और लैपटॉप में लगती है यानी लिथियम आयन बैटरीज साथ में इनका प्लान था रोडस्टर को 0 से 100 कि.मी तक केवल 4 सेकंड्स में पहुंचाना और लुक्स और फीचर्स में भी यह काफी सुपीरियर हो 2004 में इसी विज़न को देखते हुए ईलॉन ने Tesla में 6.5 मिलियन इन्वेस्ट किए और इसके लीड इन्वेस्टर बन गए लेकिन Tesla का विज़न जितना बोल्ड था उसका एग्जीक्यूशन उतना ही डिफिकल्ट था लिथियम आयन बैटरी टेक्नोलॉजी काफी नई थी और उसे एक कार के लिए मॉडिफाई करना काफी डिफिकल्ट हो रहा था साथ ही Tesla ने एस्टीिमेट किया था कि वो हर एक रोडस्टर कार को केवल $65,000 में बेच लेंगे लेकिन 2007 तक तो कार को बनाने का ही खर्च $1 लाख तक पहुंच गया इतने ज्यादा कॉस्ट में तो Tes्ला का बिजनेस मॉडल ही कोलैप्स हो जाता सिचुएशन की अर्जेंसी को समझते हुए ईलॉन खुद टेस्ला के सीईओ बन गए लेकिन वो कुछ कर पाते इससे पहले आ गया 208 का ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस जिसने ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को बहुत नेगेटिवली इंपैक्ट किया Spcex के अलावा ईलॉन के पास जितना कैपिटल था वो उसे Tes्ला में ऑलरेडी इन्वेस्ट कर चुके थे और बाकी इन्वेस्टर्स ने और पैसे इन्वेस्ट करने से मना कर दिया था जिस कारण Tes्ला बैंककरप्सी की कगार पर थी बेसिकली 208 में एक तरफ ईलॉन की स्पेस कंपनी तीन लगातार लॉन्च फेलियर्स के बाद बर्बादी की कगार पर थी और दूसरी तरफ Tesla मोटर्स भी बैंकरप्ट होने वाली थी ऐसे में कोई भी लॉजिकल एंटरप्रेन्योर फंड्स रेज करके दोनों में से किसी एक कंपनी को सेव करता लेकिन ईलॉन डिफरेंट थे उन्होंने अपनी मैकलेरन कार और बाकी पर्सनल एसेट्स बेच के Tesla में पैसे लगा दिए ताकि वह कुछ दिन और सर्वाइव कर सके साथ में उन्होंने पर्सनली इनवॉल्व होकर फेल्कन वन के चौथे लॉन्च को सक्सेसफुल बनाने के लिए काम किया फाइनली दिसंबर 208 में फेलकन वन का चौथा लॉन्च का दिन आ गया एक बार फिर से फेलकन वन लॉन्च पैड पर तैयार खड़ा था स्पेस एक्स और इवन ईलॉन का फ्यूचर इस एक रॉकेट पे टिका हुआ था काउंटडाउन खत्म हुआ और रॉकेट लिफ्ट होने लगा फर्स्ट स्टेज सक्सेसफुल रही सेकंड स्टेज सक्सेसफुल रही और थर्ड स्टेज भी सक्सेसफुल रही लेकिन किसी ने सेलिब्रेट नहीं किया फिर कुछ मिनटों बाद कंट्रोल रूम में सब चीयर करने लगे स्क्रीन में कंफर्मेशन आ गई थी कि फेल्कन वन ऑर्बिट में पहुंच चुका है Spx ऐसा करने वाली दुनिया की पहली प्राइवेट कंपनी बन चुकी थी इसके कुछ ही हफ्तों बाद नासा ने स्पेस को $1.6 बिलियन का कॉन्ट्रैक्ट दे दिया जिसमें Spx को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन तक कारगो पहुंचाना था इस कॉन्ट्रैक्ट के चलते Spcex दुनिया की सबसे सक्सेसफुल प्राइवेट स्पेस कंपनी बन चुकी थी लेकिन दूसरी तरफ Tesla अभी भी स्ट्रगल कर रही थी इसीलिए ईलॉन ने पर्सनली इन्वेस्टर्स को कांटेक्ट किया और उन्हें समझाया कि ना केवल उनकी कार रेडी है बल्कि हजारों लोगों ने इसे प्रीआर्डर भी कर रखा है उन्हें यह फंडिंग केवल इस कार को मास प्रोड्यूस करके कस्टमर्स तक पहुंचाने के लिए चाहिए फाइनली ईलॉन की मेहनत रंग लाई उन्हें क्रिसमस ईव में $40 मिलियन की इमरजेंसी फंडिंग मिल गई और Tesla बैंककरप्ट होने से कुछ ही दिन पहले बच गई इस फंडिंग से Tesla ने रोडस्टर का मास प्रोडक्शन और डिलीवरीज चालू कर दी और इसकी सक्सेस से Tesla ने पूरी दुनिया को प्रूफ कर दिया कि एक इलेक्ट्रिक कार फास्ट लॉन्ग रेंज और क्लासी हो सकती है लेकिन एक प्रॉब्लम थी RST एक टू सीटर स्पोर्ट्स कार थी जो काफी एक्सपेंसिव थी और केवल एक नीश कस्टमर सेगमेंट के लिए बनाई गई थी ईलॉन को पता था कि अगर उन्हें Tesla को लॉन्ग टर्म में एक सक्सेसफुल और बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी बनाना है तो उन्हें मास मार्केट के लिए कार्स बनानी होंगी और इसीलिए 2012 में Tesla ने लॉन्च की मॉडल S एक प्रीमियम इलेक्ट्रिक सेडान जो 0 से 97 कि.मी की स्पीड केवल 4.2 सेकंड्स में अचीव कर सकती थी सिंगल चार्ज में इसकी रेंज करीब 500 कि.मी की थी और इसके लुक्स काफी कूल थे लेकिन मॉडल S की खास बात यह थी कि एक कार नहीं बल्कि एक कंप्यूटर थी जिसमें व्हील्स लगे हुए थे इसमें 17 इंच की मैसिव टच स्क्रीन थी जिसमें यूज़र्स वर्चुअली कार के हर एक फंक्शन जैसे लाइटिंग क्लाइमेट नेविगेशन एंटरटेनमेंट को कंट्रोल कर सकते थे प्लस इस कार में लैपटॉप या मोबाइल की तरह सॉफ्टवेयर अपडेट के थ्रू इंप्रूवमेंट्स और नए फीचर्स ऐड किए जा सकते थे इवन कार के डोर हैंडल्स अपने आप बाहर आ जाते थे जब यूजर कार के पास आता था इन सबके कारण मॉडल S केवल एक अच्छी इलेक्ट्रिक कार नहीं बल्कि सभी एकिस्टिंग कार्स से बहुत बेहतर थी लॉन्च होते ही मॉडल S काफी सक्सेसफुल हो गई और मोटर ट्रेंड ने इसे कार ऑफ द ईयर का अवार्ड दिया इसके बाद ना केवल Tesla ने अपना आईपीओ ल्च किया बल्कि 2013 में वो प्रॉफिटेबल भी हो गई आगे चलके Tes्ला ने मॉडल X मॉडल 3 और मॉडल Y लॉन्च की और 2017 तक Tesla दुनिया यह दुनिया की सबसे मूल्यवान कार कंपनी बन गई है। आज, टेस्ला पूरी तरह से सेल्फ-ड्राइविंग कार बनाने के बहुत करीब है। दूसरी ओर, स्पेसएक्स ने फाल्कन 9 लॉन्च किया जो फाल्कन वन का उत्तराधिकारी है। के कंपैरिजन में 50 गुना पेलोड को स्पेस में ले गया फिर 2015 में इन्होंने रयूजेबल रॉकेट्स लॉन्च किए जिससे हर लॉन्च के लिए नए रॉकेट्स बनाने की रिक्वायरमेंट खत्म हो गई और स्पेस ट्रैवल का कॉस्ट भी काफी कम हो गया Spx के थ्रू ईलॉन ने स्टार्लिंग नाम से हजारों सेटेलाइट्स भी स्पेस में छोड़ी हैं जो दुनिया के कई हिस्सों को हाई स्पीड इंटरनेट सर्विसेज प्रोवाइड कर रही हैं और आज के दिन यह अपना सबसे बड़ा रॉकेट स्टारशिप बना रहे हैं जो ह्यूमंस को मार्स तक ले इसके अलावा एलन ने परिवहन में क्रांति लाने के लिए द बोरिंग कंपनी और हाइपरलूप की अवधारणा बनाई है। 2015 में उन्होंने न्यूरालिंक लॉन्च किया जो ह्यूमंस के ब्रेन में कंप्यूटर चिप्स को इंप्लांट करती है ताकि ब्रेन और कंप्यूटर डायरेक्टली कम्युनिकेट कर सके ईलॉन का लेटेस्ट मूव था 2023 में Twitter को एक्वायर करके सोशल मीडिया स्पेस में एंट्री लेना साथ में वह XAI के थ्रू AI कंपनी भी स्टार्ट कर चुके हैं इन सभी कंपनीज़ के चलते ईलॉन दुनिया के रिचेस्ट पर्सन बन चुके हैं और उनकी नेटवर्थ करीब 400 बिलियन है जो सेकंड रिचेस्ट पर्सन जेफ बेज़ोस से ऑलमोस्ट डबल है लेकिन ईलॉन जितने अमीर हैं उतने ही कंट्रोवर्शियल भी हैं उनके एम्प्लाइजस ने टफ वर्किंग कंडीशंस और एक्सट्रीम वर्क प्रेशर की कंप्लेंट्स की हैं इवन Twitter को एक्वायर करने के बाद भी उन्होंने एक ही झटके में हजारों एंप्लाइजस को फायर कर दिया था उनके कंट्रोवरर्शियल ट्वीट्स कई बार स्टॉक प्राइिस को नेगेटिवली इंपैक्ट करते हैं फाइनली इलेक्शन कैंपेनिंग के लिए करीब 280 मिलियन डोनेट करने के बाद ईलॉन प्रेसिडेंट ट्रंप के वे इतने करीब आ गए हैं कि उनके पास धन और राजनीतिक शक्ति का इतना घातक संयोजन है कि कुछ लोगों को डर है कि वे इसका दुरुपयोग कर सकते हैं। सकते हैं लेकिन इन सबके बाद भी ईलॉन के मामले में एक बात 100% फिट बैठती है यू लव हिम और हेट हिम यू कांट इग्नोर हिम क्योंकि इंसान फ्यूचर का वेट नहीं करता बल्कि खुद फ्यूचर बनाता है यह

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